2026 में शादी का सबसे शुभ समय — जानिए विवाह के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त | Adhyatmik Shakti
2026 में शादी का सबसे शुभ समय कब है? कौन से महीने और तिथियाँ विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई हैं? Adhyatmik Shakti की इस ज्योतिषीय गाइड में जानिए 2026 के शुभ विवाह मुहूर्त, ग्रहों की स्थिति, राशियों पर प्रभाव और शादी से पहले ध्यान देने योग्य आध्यात्मिक संकेत।
ASTROLOGY
10/30/20251 min read
2026 में विवाह के लिए शुभ समय क्यों जानना ज़रूरी है?
भारतीय संस्कृति में शादी को सिर्फ दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो आत्माओं का पवित्र बंधन माना गया है। इसलिए विवाह का समय ग्रहों, नक्षत्रों और मुहूर्तों के अनुसार तय करना बहुत महत्वपूर्ण है। सही समय पर की गई शादी जीवनभर प्रेम, सुख और शांति लाती है। वहीं गलत मुहूर्त में किया गया विवाह कई बार मतभेद और बाधाओं का कारण बन सकता है।
2026 में शादी के लिए ग्रह स्थिति
2026 में गुरु (बृहस्पति) और शुक्र की स्थिति विवाह मुहूर्त को सबसे अधिक प्रभावित करती है।
गुरु विवाह, संतति और समृद्धि का कारक ग्रह है।
शुक्र प्रेम, सुंदरता और दांपत्य जीवन का प्रतीक ग्रह है।
2026 में ये दोनों ग्रह वर्ष के मध्य भाग में सबसे अनुकूल स्थिति में रहेंगे, जिससे मई से लेकर नवंबर तक विवाह के लिए अत्यंत शुभ समय रहेगा।
2026 में विवाह योग्य माह
1. जनवरी 2026:
जनवरी का महीना ठंड के मौसम और मकर संक्रांति के बाद शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए अच्छा माना जाता है।
शुभ तिथियां: 18, 20, 25, 27 जनवरी
नक्षत्र: रोहिणी, मृगशिरा, हस्त
विशेष योग: रवि-पुष्य योग
2. फरवरी 2026:
यह महीना प्रेम का प्रतीक माना जाता है। बसंत ऋतु की शुरुआत के साथ यह विवाह के लिए बहुत अनुकूल समय होता है।
शुभ तिथियां: 5, 8, 12, 18, 21 फरवरी
विशेष योग: गुरु-मंगल योग
3. अप्रैल 2026:
चैत्र और वैशाख मास के समय मंगल ग्रह की स्थिति उत्तम रहती है।
शुभ तिथियां: 7, 9, 15, 19, 25 अप्रैल
विशेष योग: शुभ नक्षत्र — अनूराधा, उत्तराफाल्गुनी
4. मई 2026:
इस महीने गुरु और शुक्र दोनों शुभ स्थिति में रहेंगे।
शुभ तिथियां: 2, 6, 9, 12, 18, 24, 28 मई
विशेष योग: सुकर्मा योग
5. जून 2026:
यह समय गर्मी के बाद के विवाहों के लिए अच्छा रहेगा।
शुभ तिथियां: 3, 7, 10, 16, 20 जून
विशेष योग: सुदिन योग
6. नवंबर 2026:
दीवाली और कार्तिक पूर्णिमा के बाद विवाह के शुभ मुहूर्त पुनः शुरू हो जाते हैं।
शुभ तिथियां: 5, 9, 13, 17, 22 नवंबर
विशेष योग: लक्ष्मी योग
7. दिसंबर 2026:
साल के अंत में विवाह के लिए सीमित लेकिन अत्यंत शुभ दिन उपलब्ध रहेंगे।
शुभ तिथियां: 2, 8, 11, 15 दिसंबर
विशेष योग: मंगल-शुक्र संयोग
2026 में विवाह के लिए अशुभ समय (खराब ग्रह स्थिति)
ग्रहण काल (Solar/Lunar Eclipse) — इन दिनों में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य, विशेषकर विवाह, से परहेज करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण: 12 अगस्त 2026
चंद्र ग्रहण: 3 मार्च 2026
चातुर्मास (देव शयन काल) — जुलाई से अक्टूबर के बीच भगवान विष्णु विश्राम करते हैं, इसलिए इस अवधि में विवाह नहीं किया जाता।
चातुर्मास आरंभ: 16 जुलाई 2026
समाप्ति: 12 नवंबर 2026
पितृ पक्ष (श्राद्ध काल) — सितंबर में होने वाले श्राद्ध के समय भी विवाह वर्जित माना जाता है।
पितृ पक्ष: 2 सितंबर से 17 सितंबर 2026 तक
शादी के समय किन बातों का ध्यान रखें
कुंडली मिलान अवश्य करें:
शादी से पहले वर-वधु की कुंडलियों का मिलान जरूरी है। इसमें गुण मिलान, ग्रह दोष निवारण, और मांगलिक योग का ध्यान रखा जाता है।ग्रह दोष शांति करें:
यदि किसी की कुंडली में मांगलिक दोष या राहु-केतु का प्रभाव है, तो शादी से पहले शांति करवाना शुभ होता है।शुभ दिन के साथ शुभ समय भी चुनें:
विवाह के दिन के साथ-साथ शुभ लग्न और मुहूर्त का चयन भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।पंडित से परामर्श लें:
आपके जन्म नक्षत्र और राशि के अनुसार पंडित जी से विवाह का उत्तम समय अवश्य निकलवाएं।
राशि अनुसार 2026 में शादी के लिए शुभ समय
मेष राशि:
अप्रैल और नवंबर के महीने सर्वोत्तम रहेंगे।
वृषभ राशि:
मई और जून में विवाह करना अत्यंत मंगलकारी रहेगा।
मिथुन राशि:
जनवरी और फरवरी के महीने आपके लिए उत्तम रहेंगे।
कर्क राशि:
मार्च और नवंबर के समय ग्रह योग अत्यधिक अनुकूल रहेंगे।
सिंह राशि:
मई और दिसंबर में विवाह करने से भाग्य वृद्धि होगी।
कन्या राशि:
अप्रैल और मई का समय उत्तम रहेगा।
तुला राशि:
फरवरी और नवंबर के महीने आदर्श रहेंगे।
वृश्चिक राशि:
मार्च और अप्रैल में ग्रह अनुकूल स्थिति देंगे।
धनु राशि:
मई और जून के महीने शुभ फलदायक रहेंगे।
मकर राशि:
जनवरी और नवंबर सबसे श्रेष्ठ रहेंगे।
कुंभ राशि:
फरवरी और मई का महीना विशेष रूप से शुभ रहेगा।
मीन राशि:
मार्च और अप्रैल के विवाह जीवनभर सुख देंगे।
विवाह के मुहूर्त तय करने के उपाय
गुरुवार और शुक्रवार के दिन विवाह करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
पूर्णिमा के दिन या शुक्ल पक्ष में विवाह करने से ग्रहों की ऊर्जा सकारात्मक रहती है।
शुभ नक्षत्रों में जैसे रोहिणी, मृगशिरा, रेवती, अनुराधा में विवाह जीवनभर सौभाग्य लाता है।
राहु काल, ग्रहण काल, या अमावस्या में विवाह करना वर्जित है।
Adhyatmik Shakti की सलाह
अगर आप 2026 में शादी करने की योजना बना रहे हैं, तो सबसे पहले अपनी और अपने जीवनसाथी की जन्म कुंडली किसी विश्वसनीय ज्योतिषाचार्य से मिलवाएं। उसके बाद विवाह का मुहूर्त चुनें ताकि आपका दांपत्य जीवन सुखी, समृद्ध और प्रेम से भरा रहे।
Adhyatmik Shakti का मानना है कि शादी केवल ग्रहों का मेल नहीं बल्कि दो आत्माओं का संतुलन है। जब ग्रह सही समय पर संरेखित होते हैं, तो जीवन का हर अध्याय दिव्य आशीर्वाद से भर जाता है।
निष्कर्ष
2026 में विवाह के लिए मई से जून और नवंबर से दिसंबर के महीने सबसे शुभ रहेंगे। इन महीनों में ग्रहों का संयोजन विवाह योग को मजबूत करता है और वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थिरता लाता है।
इसलिए यदि आप शादी का सपना देख रहे हैं, तो इन मुहूर्तों पर ध्यान दें, कुंडली मिलान अवश्य कराएं, और भगवान गणेश तथा माता पार्वती की आराधना करके अपने जीवन के इस नए अध्याय की शुरुआत करें।


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