2026 में पैसे प्राप्ति के लिए कौन-सी पूजा करें – Adhyatmik Shakti विश्लेषण
Adhyatmik Shakti बताता है कि 2026 में धन प्राप्ति, लक्ष्मी कृपा प्राप्त करने, घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने और आर्थिक स्थिरता के लिए कौन-सी पारंपरिक पूजा, मंत्र और आध्यात्मिक उपाय किए जा सकते हैं।
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11/20/20251 min read
2026 में पैसे प्राप्ति के लिए कौन-सी पूजा करें – संपूर्ण मार्गदर्शन
भूमिका
धन की आवश्यकता हर युग में रही है और 2026 में भी लोग यही प्रश्न पूछते हैं:
“पैसे जल्दी पाने के लिए कौन-सी पूजा की जाए?”
भारत में पूजा-पाठ, मंत्र-साधना और आध्यात्मिक अनुशासन का हजारों वर्षों से महत्व रहा है।
पूजा पैसा “जादू से” नहीं दिलाती, परंतु मन को स्थिर, घर को सकारात्मक और भाग्य को अनुकूल बनाती है।
Adhyatmik Shakti के इस विश्लेषण में आप जानेंगे:
कौन-सी देवी-देवताओं की पूजा धन प्रदान करती है
कौन-से मंत्र 2026 में शुभ माने गए हैं
कौन-से पारंपरिक उपाय धनागमन बढ़ाते हैं
कैसे पूजा आपका मानसिक, आध्यात्मिक और आर्थिक संतुलन सुधारती है
1. लक्ष्मी पूजा — धन प्राप्ति की सबसे प्रमुख साधना
लक्ष्मी देवी को धन, समृद्धि और शांति की देवी कहा गया है।
2026 में भी लक्ष्मी पूजा सबसे प्रभावी मानी गई है।
कैसे करें:
सुबह-शाम घर के मंदिर में घी का दीपक जलाएँ
शुद्धता का ध्यान रखें
पूजा घर में सुगंधित धूप या अगरबत्ती लगाएँ
लक्ष्मी श्लोक पढ़ें:
“ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
किस दिन सर्वोत्तम:
शुक्रवार
पूर्णिमा
दीपावली के बाद का पहला शुक्रवार
धनतेरस
लाभ:
मन शांत होता है
घर की ऊर्जा सुधरती है
लक्ष्मी कृपा का अनुभव धीरे-धीरे बढ़ता है
2. कुबेर पूजा — धन संचय और स्थिरता
कुबेर देव धन के स्वामी और धन-संग्रह के देवता माने जाते हैं।
यदि आपको पैसा तो आता है पर टिकता नहीं, तो कुबेर पूजा अत्यंत लाभकारी माना गया है।
कुबेर मंत्र:
“ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्याधिपतये नमः”
कैसे करें:
उत्तर दिशा में दीपक जलाएँ
कुबेर यंत्र स्थापित करें
हर शुक्रवार और मंगलवार को 108 बार मंत्र जाप करें
लाभ:
धन-संचय क्षमता बढ़ती है
आर्थिक बाधाएँ कम होती हैं
3. श्रीयंत्र साधना — घर में धन-चुंबकीय ऊर्जा बढ़ाता है
श्रीयंत्र को ब्रह्मांड का सबसे शक्तिशाली धन-साधना उपकरण कहा गया है।
2026 में इसे विशेषतः शुभ माना गया है।
विधि:
स्वच्छ लाल आसन पर बैठें
श्रीयंत्र को पूर्व दिशा में रखें
रोज़ 5 मिनट ध्यान करें
मंत्र:
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्मीयै नमः”
लाभ:
घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है
पैसों की रुकावटें कम होती हैं
4. दीपदान — सबसे सरल और प्रभावी उपाय
दीपदान किसी भी पूजा से अधिक सरल है और शक्तिशाली भी।
कब करें:
हर शाम
विशेषतः शनिवार और अमावस्या
कैसे:
तिल के तेल का दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाएँ
क्यों प्रभावी:
नकारात्मक ऊर्जा हटती है
घर में नई आर्थिक ऊर्जा प्रवेश करती है
5. हनुमान पूजा — बाधाएँ दूर करने के लिए
बहुत बार धन नहीं आता क्योंकि रास्ते में अदृश्य बाधाएँ होती हैं।
हनुमानजी की पूजा बाधाएँ दूर करती है।
क्या करें:
मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा
तिल का दीपक
लाल फूल चढ़ाएँ
लाभ:
आर्थिक रुकावटें हटती हैं
हिम्मत, ऊर्जा और अवसर बढ़ते हैं
6. शुक्ल पक्ष में दान — धन को गति देता है
दान से धन बढ़ता है — यह हिंदू धर्म का मूल सिद्धांत है।
क्या दान करें:
अन्न
कपड़े
दीपक
गौ-दाना
जल (तुलसी को)
कब:
शुक्ल पक्ष
पूर्णिमा
त्रयोदशी
7. आदित्य हृदय स्तोत्र — उन्नति और आत्मविश्वास
सूर्य देव उन्नति, आत्मविश्वास, क्षमता और कर्म के देवता हैं।
रोज़ सुबह करें:
सूर्य को जल
आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ
लाभ:
जीवन में गति आती है
काम तेजी से बनते हैं
आर्थिक स्थिरता बढ़ती है
8. वास्तु के नियम — 2026 के अनुसार
वास्तु में बहुत सरल नियम दिए गए हैं:
मुख्य द्वार हमेशा साफ रखें
टूटे सामान को घर में न रखें
उत्तर दिशा खुली रखें (धन प्रवाह)
बिस्तर के नीचे कूड़ा न रखें
पश्चिम-दक्षिण में भारी सामान रखें
वास्तु और आध्यात्मिकता मिलकर धन आकर्षित करते हैं।
9. धन आकर्षित करने वाले मंत्र (परंपरा अनुसार)
1) ॐ श्रीं नमः
आपकी धन-ऊर्जा सक्रिय करता है।
2) ॐ गं गणपतये नमः
कार्यों में रुकावटें हटाता है।
3) ॐ नमः शिवाय
मन को शांत रखता है, जिससे निर्णय बेहतर होते हैं।
10. संकल्प शक्ति — आध्यात्मिक धन का सबसे बड़ा केंद्र
धन पाने का सबसे बड़ा नियम है:
“मन जैसा सोचेगा, वैसा आकर्षित करेगा।”
इसलिए:
नकारात्मक बातें न बोलें
हमेशा धन का सम्मान करें
खर्च लिखें
ब्रह्म मुहूर्त में मंत्र जप करें
सप्ताह में एक दिन उपवास रखें
आपकी ऊर्जा आपके भाग्य का आकर्षण मैग्नेट बन जाती है।
निष्कर्ष
2026 में धन प्राप्ति के लिए पूजा-पाठ का अर्थ जादू नहीं, बल्कि:
सही मानसिकता
घर की ऊर्जा
ईश्वर में श्रद्धा
अनुशासन
दान
मंत्र
धैर्य
कर्म
इन सभी के संयुक्त प्रभाव से व्यक्ति का भाग्य सुधारता है, अवसर बढ़ते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
Adhyatmik Shakti का यह विश्लेषण बताता है कि धन-साधना का केंद्र हमारी ऊर्जा, पूजा की शुद्धता और कर्म की पवित्रता में है।


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